Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking: घोघा–हाजीरा रो-रो फेरी से गुजरात पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा ,जानिए सम्पूर्ण जानकारी

📝 Last updated on: July 16, 2025 2:54 pm
Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking

Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking गुजरात के दो प्रमुख तटीय क्षेत्रों – सौराष्ट्र के घोघा और दक्षिण गुजरात के हजीरा (सूरत) – को जलमार्ग से जोड़ने वाली एक अद्वितीय परिवहन पहल है। यह सेवा समुद्र के रास्ते यात्रा को न केवल सुगम बनाती है, बल्कि समय, पैसा और ईंधन की भी बचत करती है। यह परियोजना गुजरात सरकार और निजी क्षेत्र की सहभागिता का उत्कृष्ट उदाहरण है, जो पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और तकनीकी दृष्टि से उन्नत भविष्य की ओर संकेत करती है।

घोघा–हाजीरा फेरी सेवा की शुरुआत और उद्देश्य

इस सेवा की शुरुआत वर्ष 2020 में हुई, जिसका उद्देश्य था सड़कों पर यात्रा करने वाले यात्रियों और भारी वाहनों के लिए एक वैकल्पिक जलमार्ग प्रदान करना। पहले घोघा से हाजीरा (या सूरत) की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 360 किलोमीटर थी, जिसे तय करने में 10 से 12 घंटे लगते थे। लेकिन Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking के माध्यम से यही यात्रा महज 4 से 5 घंटे में पूरी की जा सकती है।

यह सेवा पर्यावरण अनुकूल है और इसके माध्यम से हर यात्रा में हजारों लीटर ईंधन और टनों कार्बन उत्सर्जन की बचत होती है। साथ ही यह फेरी सेवा पर्यटन, व्यापार और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देती है।

Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking

प्रमुख जहाज और उनकी क्षमताएं

इस फेरी सेवा में दो प्रमुख जलपोत कार्यरत हैं – वॉयज सिम्फनी (Voyage Symphony) और वॉयज एक्सप्रेस (Voyage Express)। दोनों जहाज आधुनिक तकनीक से सुसज्जित हैं और यात्रियों के आराम का विशेष ध्यान रखते हैं।

1. वॉयज सिम्फनी

  • यात्री क्षमता: 525
  • वाहन क्षमता: 80 कारें + 30 ट्रक
  • सुविधाएं: एसी क्लास, बिज़नेस क्लास, कैफेटेरिया, ओपन डेक, आरामदायक सीटिंग

2. वॉयज एक्सप्रेस

  • यात्री क्षमता: 600
  • वाहन क्षमता: 70 कारें + 50 बाइक + 25 टेंपो + 55 ट्रक
  • विशेषता: भारत की सबसे तेज और बड़ी रो-रो फेरी में से एक

संचालन समय

Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking प्रतिदिन दो बार संचालित होती है:

  • सुबह 8:00 बजे: घोघा से हाजीरा के लिए प्रस्थान
  • शाम 4:00 बजे: हाजीरा से घोघा के लिए प्रस्थान

यात्रा की कुल अवधि लगभग 4 से 5 घंटे होती है। मौसम की स्थिति और समुद्री लहरों के अनुसार समय में थोड़ा बहुत परिवर्तन हो सकता है।

Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking-टिकट दरें और बुकिंग विकल्प

इस सेवा के लिए विभिन्न क्लास की सीटें उपलब्ध हैं, जिनकी कीमतें नीचे दी गई हैं:

श्रेणीवॉयज एक्सप्रेसवॉयज सिम्फनी
Executive Class₹600₹500
Business/Sleeper₹700₹700
Cambay Lounge₹1700₹1400
केबिन (रूम)₹5000 (लगभग)₹5000 (लगभग)

वाहन शुल्क

  • बाइक: ₹99 – ₹200
  • कार: ₹1200 – ₹1300
  • ट्रक/टेंपो/बस: ₹3000 – ₹5500

टिकट बुकिंग ऑनलाइन एवं टर्मिनल काउंटर दोनों पर उपलब्ध होती है, लेकिन सीट सुनिश्चित करने के लिए एडवांस बुकिंग करना अधिक उपयुक्त रहता है।

क्यों चुनें यह सेवा?

समय की बचत

360 किलोमीटर की लंबी सड़क यात्रा अब मात्र 90 किलोमीटर समुद्री यात्रा में सिमट गई है।

पर्यावरण की सुरक्षा

प्रत्येक यात्रा में लगभग 9000 लीटर ईंधन और 24 मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की बचत होती है।

ट्रैफिक से मुक्ति

लंबे ट्रैफिक जाम, टोल टैक्स और सड़क की खस्ता हालत से पूरी तरह छुटकारा मिलता है।

आरामदायक यात्रा

वातानुकूलित केबिन, मनोरंजन सुविधा, गेम ज़ोन और ओपन डेक से समुद्र की खूबसूरती का आनंद।

व्यवसायिक लाभ

ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों के लिए मालवाहक गाड़ियों के साथ तेज और सुरक्षित परिवहन विकल्प।

रद्दीकरण नीति

  • 30 दिन पहले रद्द करने पर: 90% रिफंड
  • 2 से 30 दिन पहले: 80% रिफंड
  • 1 दिन पहले: रिफंड नहीं
  • यदि सेवा कंपनी द्वारा रद्द होती है (मौसम या तकनीकी कारणों से), तो पूर्ण रिफंड दिया जाता है (सरचार्ज को छोड़कर)

कैसे पहुंचे टर्मिनल तक?

घोघा और हाजीरा दोनों टर्मिनल स्थानीय बस सेवा, प्राइवेट टैक्सी और गूगल मैप्स से कनेक्टेड हैं। इसके अलावा गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (GSRTC) की बसें भी टर्मिनलों को मुख्य शहरों से जोड़ती हैं।

पर्यटन और धार्मिक स्थलों से जुड़ाव

Ghogha–Hazira Ro-Ro Ferry के माध्यम से आप गुजरात के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों की यात्रा को सरल बना सकते हैं, जैसे:

  • सोमनाथ मंदिर
  • द्वारका धाम
  • गिर वन्यजीव अभयारण्य
  • पालिताना जैन मंदिर
  • सरंगपुर हनुमान मंदिर

यह भी पढ़े: Vantara: A World-Class Wildlife Rescue and Rehabilitation Center in India

भविष्य की संभावनाएं

गुजरात सरकार इस सेवा को भविष्य में और अधिक विस्तृत करने की योजना पर काम कर रही है। इसके तहत नए तटीय रूट्स, क्रूज़ टर्मिनल, और पर्यटक-संवर्धन परियोजनाएं भी शामिल हैं। इसका उद्देश्य गुजरात को एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जल पर्यटन हब के रूप में विकसित करना है।

यह भी पढ़े: Vantara Project Cost in Rupees: A Deep Dive into India’s Landmark Wildlife Conservation Effort

निष्कर्ष

Ghogha-Hazira Ro-Ro Ferry-Ticket Price-Time Table-Booking आधुनिक भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर और सस्टेनेबल ट्रैवल का बेहतरीन उदाहरण है। यह सेवा न सिर्फ यात्रियों के लिए आरामदायक है, बल्कि व्यापारिक दृष्टिकोण से भी फायदेमंद है। समय, ईंधन, पैसा और पर्यावरण – चारों की बचत करने वाली यह सेवा आने वाले वर्षों में गुजरात की पहचान बनेगी।