Durgesh Aranya Zoological Park: हिमाचल का पहला ग्रीन सर्टिफाइड चिड़ियाघर बनेगा बैंकांडी में

📝 Last updated on: June 5, 2025 12:46 am
Durgesh Aranya Zoological Park

Durgesh Aranya Zoological Park, जो कि कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बैंकांडी में बन रहा है, जल्द ही भारत का पहला ऐसा चिड़ियाघर बनने जा रहा है जिसे Indian Green Building Council (IGBC) से ग्रीन सर्टिफिकेशन मिलेगा। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यह ज़ू पर्यावरणीय दृष्टि से टिकाऊ और इको-फ्रेंडली मानकों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है।

IGBC से सर्टिफिकेशन: हरियाली और पर्यावरण संरक्षण की ओर बड़ा कदम

यह परियोजना अब आधिकारिक रूप से IGBC के साथ पंजीकृत हो चुकी है और इसमें भवन के साथ-साथ लैंडस्केप (भू-दृश्य) डिजाइन को भी मान्यता दी जाएगी। इससे यह सिद्ध होगा कि पार्क उच्चतम पर्यावरणीय मानकों पर खरा उतरता है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि IGBC सर्टिफिकेशन हिमाचल प्रदेश सरकार की पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन के प्रति गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

यह पहल राज्य में पर्यटन और अधोसंरचना विकास को टिकाऊ स्वरूप देने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इस पार्क के निर्माण के बाद, यह सिर्फ एक पर्यटक स्थल नहीं रहेगा, बल्कि पर्यावरणीय नवाचार और संरक्षण का एक आदर्श मॉडल बनकर उभरेगा।

पहला चरण: 230 करोड़ की लागत से 25 हेक्टेयर में तैयार होगा पार्क

मुख्यमंत्री सुक्खू ने जानकारी दी कि Durgesh Aranya Zoological Park की पहली चरण की योजना 25 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली होगी, जिसकी अनुमानित लागत 230 करोड़ रुपये है। यह कार्य 2025 की तीसरी तिमाही तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं पूरी परियोजना पर कुल 619 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे यह चिड़ियाघर कांगड़ा और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

34 एनिमल एनक्लोज़र और 73 प्रजातियों को मिलेगा घर

राज्य सरकार को Central Zoo Authority (CZA) से इस परियोजना के पहले चरण में 34 जानवरों के बाड़ों (एनक्लोज़र) की स्थापना की मंजूरी मिल चुकी है। ये एनक्लोज़र वन वैभव पथ और बायोडायवर्सिटी कोर्ट के भीतर होंगे। इन बाड़ों में कुल 73 जीव प्रजातियों को स्थान मिलेगा, जिनमें एशियाटिक शेर, हॉग डियर, मॉनिटर लिज़र्ड, मगरमच्छ, घड़ियाल और कई पक्षियों की प्रजातियाँ शामिल होंगी।

नाइट हाउस और वेटलैंड एवियरी होंगे खास आकर्षण

चिड़ियाघर का एक विशेष आकर्षण नॉक्टर्नल हाउस होगा, जहां आगंतुकों को रात में सक्रिय रहने वाली बिल्लियों जैसी प्रजातियों को देखने का अद्वितीय अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, एक वेटलैंड एवियरी भी बनाया जाएगा, जिसमें देसी पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास जैसा वातावरण प्रदान किया जाएगा — यह अनुभव दर्शकों को एकदम जंगली और असली महसूस कराएगा।

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स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार, पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह ज़ूलॉजिकल पार्क न सिर्फ कांगड़ा जिले में पर्यटन को नया जीवन देगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा। यह पहल राज्य की इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने और सस्टेनेबल डेवलपमेंट को प्राथमिकता देने की नीति का हिस्सा है।

कांगड़ा बनेगा हिमाचल का ‘टूरिज्म कैपिटल’

मुख्यमंत्री सुक्खू ने विश्वास जताया कि Durgesh Aranya Zoological Park अपनी प्राकृतिक सुंदरता, अनोखे वन्य आकर्षण और ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर के चलते कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश का “टूरिज्म कैपिटल” बना देगा।

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निष्कर्ष

Durgesh Aranya Zoological Park न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए एक ऐतिहासिक परियोजना बनने जा रहा है। यह चिड़ियाघर पर्यावरण संरक्षण, इको-फ्रेंडली संरचना और आधुनिक पर्यटन के क्षेत्र में एक आदर्श मिसाल पेश करेगा। IGBC सर्टिफिकेशन, दुर्लभ प्रजातियों का संरक्षण, और रोजगार के नए अवसर इस पार्क को बहुआयामी बनाएंगे। 619 करोड़ रुपये के निवेश के साथ यह परियोजना कांगड़ा को हिमाचल की “पर्यटन राजधानी” बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम है। यह पार्क भविष्य में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और सतत विकास का प्रतीक बनकर उभरेगा।