Bandhavgadh National Park:मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व की 200 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जे का मामला अब कोर्ट पहुंच गया है। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया है।

Bandhavgadh National Park का क्या है मामला?
जैव विविधता और बाघों के लिए मशहूर Bandhavgadh National Park की 200 एकड़ वन भूमि पर कुछ व्यक्तियों और समूहों ने अवैध कब्जा कर लिया था। इस भूमि पर अतिक्रमण की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

हाईकोर्ट की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने आदेश दिया है कि इस भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
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Bandhavgadh National Park को लेके प्रशासन की भूमिका
इस मामले में वन विभाग और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों की लापरवाही के कारण वन भूमि पर अतिक्रमण बढ़ता ही गया। अब हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करेगा।
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निष्कर्ष
Bandhavgadh National Park जैसी महत्वपूर्ण वन भूमि पर अवैध कब्जा न केवल पर्यावरण के लिए खतरा है, बल्कि यह वन्यजीवों की सुरक्षा में भी बाधा है। हाईकोर्ट की कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए न्यायपालिका भी सक्रिय है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस आदेश पर कितनी तत्परता से अमल करता है।