Dr. Bhimrao Ambedkar Sanctuary: डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य मध्य प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण की नई पहचान

📝 Last updated on: April 15, 2025 8:27 pm
Dr. Bhimrao Ambedkar Sanctuary


Dr. Bhimrao Ambedkar Sanctuary: भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने एक नया वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया है। यह अभयारण्य सागर जिले में स्थापित किया गया है और इसे “डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य” नाम दिया गया है। इस घोषणा के साथ मध्य प्रदेश में वन्यजीव अभयारण्यों की कुल संख्या अब 25 हो गई है। यह अभयारण्य न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन और स्थानीय रोजगार के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।

मुख्य तथ्य: Dr. Bhimrao Ambedkar Sanctuary की जानकारी

इस अभयारण्य का महत्व

1. डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि

इस अभयारण्य का नाम भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखे जाने से यह सामाजिक समरसता, समानता और पर्यावरणीय न्याय का प्रतीक बनेगा।

2. वन्यजीवों का संरक्षण

यह क्षेत्र कई दुर्लभ और संकटग्रस्त वन्यजीवों का प्राकृतिक आवास है। नई संरक्षित स्थिति मिलने से इनके संरक्षण को मजबूती मिलेगी।

3. पर्यावरण संतुलन

258.64 वर्ग किमी का यह हरित क्षेत्र स्थानीय और क्षेत्रीय पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाएगा।

4. पर्यटन और रोजगार

यह अभयारण्य पर्यावरण-पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही यह क्षेत्र पर्यटन के नक्शे पर भी उभरेगा।

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कैसे पहुंचे अंबेडकर अभयारण्य

सागर शहर से लगभग 50–60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह क्षेत्र सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। नजदीकी रेलवे स्टेशन सागर जंक्शन है और निकटतम हवाई अड्डा भोपाल में स्थित है।

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निष्कर्ष

डॉ. भीमराव अंबेडकर अभयारण्य एक पर्यावरणीय क्रांति का प्रतीक बनकर उभरेगा, जहाँ डॉ. अंबेडकर के विचार और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता एक साथ नज़र आएंगे। यह पहल न केवल वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी फैलाएगी कि विकास और संरक्षण एक साथ चल सकते हैं।