Bandipur National Park भारत के प्रमुख और सुंदर राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह कर्नाटक राज्य के चामराजनगर जिले में स्थित है और पश्चिमी घाट तथा नीलगिरी पहाड़ियों की खूबसूरती के बीच बसा हुआ है। यह पार्क बाघ, हाथी और कई अन्य दुर्लभ वन्यजीवों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल है। बंडिपुर का संरक्षण कार्य भारत सरकार की “Project Tiger” योजना के तहत 1974 में शुरू किया गया था।
Bandipur National Park इतिहास और स्थापना
Bandipur National Park की स्थापना 1931 में मैसूर के महाराजा द्वारा एक शिकार आरक्षित क्षेत्र के रूप में की गई थी। बाद में, इसे राष्ट्रीय उद्यान में परिवर्तित कर दिया गया और 1974 में “Project Tiger” का हिस्सा बनकर इसे और मजबूत संरक्षण मिला। यह उद्यान आज लगभग 874 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
भौगोलिक स्थिति
- राज्य: कर्नाटक
- निकटतम शहर: मैसूर (लगभग 80 किमी)
- क्षेत्रफल: 874 वर्ग किलोमीटर
- समुद्र तल से ऊँचाई: 680 मीटर से 1454 मीटर तक
यह उद्यान नीलगिरी बायोस्फीयर रिजर्व का भी हिस्सा है, जो नीलगिरी, मुदुमलाई और वायनाड जैसे अन्य प्रसिद्ध संरक्षित क्षेत्रों से जुड़ा है।
वनस्पति और प्राकृतिक सौंदर्य
Bandipur National Park मुख्यतः शुष्क पर्णपाती वनों और सदाबहार वनों से आच्छादित है। यहाँ प्रचुर मात्रा में सागौन, गुल्म, बांस, और चंदन के वृक्ष पाए जाते हैं। बारिश के मौसम में उद्यान हरियाली से ढक जाता है, जिससे इसका सौंदर्य अद्भुत बन जाता है।
प्रमुख वन्यजीव
Bandipur National Park विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं का घर है। यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीव हैं:
- बंगाल टाइगर
- भारतीय हाथी
- चित्ता (Leopard)
- धारीदार लकड़बग्घा
- सांभर हिरण
- चीतल
- गौर (भारतीय बाइसन)
- वन बिलाव (Jungle Cat)
- नीलगिरी लंगूर
इसके अलावा यहाँ रंग-बिरंगे पक्षियों की भी कई प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं, जैसे- मोर, तोता, बाज और उल्लू।
बांदीपुर में करने योग्य गतिविधियाँ
- जंगल सफारी: जीप सफारी और बस सफारी के माध्यम से आप उद्यान के अंदर जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।
- बर्ड वॉचिंग: पक्षी प्रेमियों के लिए बंडिपुर एक आदर्श स्थान है।
- फोटोग्राफी: वन्य जीवन, हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य की फोटोग्राफी के लिए यह पार्क स्वर्ग जैसा है।
- नेचर वॉक: कुछ क्षेत्रों में गाइड के साथ प्रकृति भ्रमण भी किया जाता है।
घूमने का सही समय
Bandipur National Park घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई के बीच होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और जानवरों को देखने की संभावना भी अधिक होती है। मानसून के समय (जून से सितंबर) पार्क में भारी वर्षा होती है, जिससे सफारी सेवा प्रभावित हो सकती है।
प्रवेश शुल्क और सफारी टाइमिंग
प्रकार | शुल्क (लगभग) |
---|---|
भारतीय पर्यटक | ₹300 – ₹350 प्रति व्यक्ति |
विदेशी पर्यटक | ₹1200 – ₹1500 प्रति व्यक्ति |
कैमरा शुल्क | ₹200 से ₹300 |
सफारी समय | सुबह 6:30 से 9:30 और शाम 3:30 से 6:30 |
(नोट: शुल्क समय-समय पर बदल सकते हैं।)
कैसे पहुँचें?
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा मैसूर और बेंगलुरु में है।
- रेल मार्ग: मैसूर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी है।
- सड़क मार्ग: बंडिपुर सड़क मार्ग द्वारा मैसूर और ऊटी से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। टैक्सी या बस से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
महत्वपूर्ण सुझाव
- सफारी के दौरान शांत रहें और जानवरों को परेशान न करें।
- पर्यावरण का ध्यान रखें, प्लास्टिक और कचरा न फैलाएँ।
- मौसम के अनुसार हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें।
- कैमरा और दूरबीन साथ ले जाना फायदेमंद रहेगा।
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निष्कर्ष
Bandipur National Park एक ऐसा स्थल है जहाँ आप प्रकृति की गोद में अद्भुत जैव विविधता का अनुभव कर सकते हैं। यह ना केवल एडवेंचर प्रेमियों के लिए बल्कि शांति और प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक आदर्श स्थान है। यदि आप दक्षिण भारत में वन्य जीवन की सुंदरता को करीब से देखना चाहते हैं, तो बंडिपुर नेशनल पार्क आपकी यात्रा सूची में अवश्य होना चाहिए।