Bandhavgarh Tiger Reserve: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश का शेरों वाला स्वर्ग

📝 Last updated on: April 26, 2025 1:10 am
Bandhavgarh Tiger Reserve

Bandhavgarh Tiger Reserve:बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख बाघ अभयारण्य है। यह स्थान न केवल बाघों की अधिकतम जनसंख्या के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और जैव विविधता भी इसे खास बनाती है। यह रिजर्व रीवा ज़िले में स्थित है और सालों से वन्यजीव प्रेमियों, फोटोग्राफ़र्स और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

Bandhavgarh Tiger Reserve

बांधवगढ़ नाम की उत्पत्ति “बांधव” (भाई) और “गढ़” (किला) से हुई है, जिसका मतलब है “भाई का किला”। कहा जाता है कि भगवान श्रीराम ने यह किला अपने भाई लक्ष्मण को उपहार स्वरूप दिया था। बांधवगढ़ किले के खंडहर आज भी जंगल के बीच स्थित हैं और प्राचीन भारतीय इतिहास की झलक प्रस्तुत करते हैं।

Bandhavgarh Tiger Reserveभौगोलिक स्थिति

Bandhavgarh Tiger Reserve

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व सतपुड़ा पर्वतमाला की तलहटी में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 1,536 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से कोर क्षेत्र 716 वर्ग किमी है और बाकी बफर ज़ोन है। यहाँ की भौगोलिक संरचना में पहाड़ियाँ, घने जंगल, घास के मैदान और जल स्रोत शामिल हैं।

जैव विविधता (Flora and Fauna)

प्रमुख प्राणी:

  • बाघ (Royal Bengal Tiger) – यहाँ बाघों की घनत्व दर भारत में सबसे अधिक मानी जाती है।
  • तेंदुआ, जंगली भालू, लकड़बग्घा, जंगली सूअर
  • सांभर, चीतल, नीलगाय, चिंकारा, बारहसिंगा

पक्षी जीवन:

बांधवगढ़ पक्षी प्रेमियों के लिए भी एक स्वर्ग है। यहाँ लगभग 250+ प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं जैसे:

  • सारस क्रेन
  • इंडियन रोलर
  • उल्लू
  • जंगल फाउल

वनस्पति:

  • सलाई, साज, धौंरा, महुआ जैसे वृक्ष यहाँ आम हैं।
  • बाँस के घने जंगल भी बड़ी संख्या में हैं।

प्रमुख आकर्षण

  • बांधवगढ़ किला: हजारों साल पुराना यह किला अब भी अपने ऐतिहासिक गौरव को समेटे हुए है।
  • शेष शैया: भगवान विष्णु की एक विशाल लेटी हुई मूर्ति, जो जंगल के बीच में स्थित है।
  • जैव विविधता सफारी: खुली जीप में जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं।
  • फोटोग्राफी: यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य और जंगली जीवन फोटोग्राफर्स के लिए बेहद रोमांचक होता है।

सफारी और घूमने का सही समय

घूमने का आदर्श समय: अक्टूबर से जून के बीच का समय सबसे उपयुक्त होता है।
सफारी टाइमिंग: सुबह 6:00 बजे से 10:30 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से 5:30 बजे तक।

नोट: मॉनसून के समय (जुलाई-सितंबर) यह रिजर्व आमतौर पर बंद रहता है।

कैसे पहुँचे?

मार्गविवरण
हवाई मार्गनिकटतम हवाई अड्डा जबलपुर (170 किमी) है।
रेल मार्गनजदीकी रेलवे स्टेशन उमरिया (35 किमी) और कटनी (100 किमी) हैं।
सड़क मार्गबांधवगढ़ सड़क मार्ग से रीवा, जबलपुर, सतना आदि शहरों से जुड़ा है। टैक्सी या बस से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

रहने की व्यवस्था

बांधवगढ़ में सरकारी वन विश्राम गृहों से लेकर प्राइवेट रिसॉर्ट्स तक कई प्रकार की रहने की सुविधाएं उपलब्ध हैं। आप अपने बजट के अनुसार होटल, लॉज या टेंट कैम्पिंग का विकल्प चुन सकते हैं।

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निष्कर्ष

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व न केवल बाघ दर्शन के लिए मशहूर है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक विरासत और जैव विविधता इसे एक अद्वितीय पर्यटन स्थल बनाती है। अगर आप प्रकृति, वन्यजीव या इतिहास में रुचि रखते हैं, तो बांधवगढ़ आपकी यात्रा सूची में अवश्य होना चाहिए।